Monday, February 13, 2012

Today

आधुनिक सभ्यता हमारी कल्पनाशीलता को कुंद कर रही है।
कल्पना पर प्रहार हमारे बड़े संकटों में से है।

वर्नर हरसोग


Monday, November 9, 2009